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Lakhpati Didi Yojana 2025: नई Application Start : महिलाओं को सालाना 1 लाख कमाने का बड़ा मौका, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

On: November 29, 2025 5:16 PM
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Lakhpati Didi Yojana 2025
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Lakhpati Didi Yojana 2025 एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है, जो ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने एवं स्वरोजगार की ओर अग्रसर करने का साधन है। यदि आप आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं, तो यह योजना आपके लिए सुनहरा अवसर हो सकता है।

Lakhpati Didi Yojana 2025 क्या है?

यह योजना Deendayal Antyodaya Yojana‑National Rural Livelihoods Mission (DAY-NRLM) के अंतर्गत आती है।  जिसका उद्देश्य ग्रामीण Self-Help Groups (SHGs) की महिलाओं को स्थायी रूप से आर्थिक आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे कम-से-कम ₹1 लाख वार्षिक कमाई कर सकें।

कार्यप्रणाली: SHGs, ग्राम संगठन (VOs) और क्लस्टर लेवल फेडरेशन (CLFs) मिलकर योजना का क्रियान्वयन करती हैं।

Lakhpati Didi Yojana 2025-श्रेणी विवरण

 

श्रेणी विवरण
लोन राशि ₹1 लाख से ₹5 लाख तक (व्यवसाय शुरू/विस्तार के लिए)
ब्याज / सब्सिडी ब्याज-मुक्त लोन; कुछ मामलों में सब्सिडी भी उपलब्ध है।
स्किल ट्रेनिंग सिलाई–बुनाई, हस्तशिल्प, कृषि, पशुपालन, फूड प्रोसेसिंग, और आधुनिक प्रशिक्षण जैसे ड्रोन ऑपरेशन आदि।
वित्तीय साक्षरता बजटिंग, बचत, बैंकिंग, डिजिटल लेन-देन आदि में प्रशिक्षण।
स्वरोजगार / व्यवसाय विकल्प ब्यूटी पार्लर, सिलाई, हस्तशिल्प, पशुपालन, कृषि, फूड प्रोसेसिंग, छोटी उद्योग आधारित गतिविधियाँ।

कौन आवेदन कर सकता है ? पात्रता एवं दस्तावेज की जानकारी

 Lakhpati Didi Yojana 2025 के लिए पात्रता 
  • आवेदन केवल महिलाएं कर सकती है।
  • आयु: आमतौर पर 18 से 50 साल; कुछ स्रोतों 60 साल तक भी पात्रता बताते हैं।
  • आप Self-Help Group (SHG) की सदस्य होनी चाहिए।
  • परिवार की आय एवं अन्य मानदंड राज्य/जिला नीति अनुसार बदल सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
  1. आधार कार्ड
  2. निवास प्रमाण पत्र
  3. बैंक पासबुक / खाता विवरण
  4. आय प्रमाण पत्र
  5. पैन कार्ड (जहां लागू हो)
  6. पासपोर्ट साइज फोटो आदि
  7. व्यवसाय योजना (Business Plan)
  8. कुछ राज्यों में राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र या SHG ग्रेडिंग रिपोर्ट भी मांगी जाती है।
लखपति दीदी योजना के प्रमुख लाभ
  • आर्थिक आत्मनिर्भरता: ब्याज-मुक्त लोन और स्वरोजगार से महिलाओं को वित्तीय आज़ादी मिलती है।
  • स्वरोजगार और रोजगार: पारंपरिक हस्तशिल्प, कृषि, पशुपालन, सिलाई-बुनाई आदि से स्वरोजगार शुरू किया जा सकता है।
  • निरंतर आय: अगर व्यवसाय सही तरीके से चलाया जाए, तो वार्षिक आय ₹1 लाख से अधिक संभव है।
  • कौशल व वित्तीय साक्षरता: ट्रेनिंग और वित्तीय शिक्षा के माध्यम से महिलाओं की आत्म-विश्वास व क्षमता बढ़ती है।
  • समुदाय और SHG-समर्थन: अन्य महिलाओं के साथ मिलकर काम, साझा अनुभव, मार्गदर्शन व सामाजिक सुरक्षा।
आवेदन प्रक्रिया, आसान 5 स्टेप्स में जानें 

1. अपने नज़दीकी SHG (Self-Help Group) से संपर्क करें और सदस्यता लें।

2. एक व्यावसायिक योजना (Business Plan) तैयार करें, क्या कारोबार करना है, लागत कितनी होगी, आय कैसे आएगी आदि।

3. आवश्यक दस्तावेज़ों को तैयार करें (आधार, निवास प्रमाण, बैंक खाता आदि)।

4. आवेदन फॉर्म प्राप्त करें, राज्य महिला/कृषि विभाग, बैंक शाखा या SHG कार्यालय से।

5. फॉर्म जमा करें; सत्यापन के बाद लाभ (लोन, ट्रेनिंग आदि) मिल जाएगा।

ध्यान रखें: आवेदन देने से पहले अपने राज्य या स्थानीय SHG कार्यालय से नियम और पात्रता जान लेना बेहतर है, क्योंकि राज्यवार शर्तें भिन्न हो सकती हैं। अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे। 

विशेषज्ञ सुझाव और उपयोगी टिप्स

व्यवसाय की योजना बनाएं: लोन लेने से पहले सोच-समझ कर व्यवसाय की रूपरेखा बनाएं, लागत, लाभ, बाजार, बिक्री आदि।

शिक्षा व प्रशिक्षण लें: SILAI, हस्तशिल्प, कृषि, या खाद्य प्रसंस्करण जैसी स्थायी स्किल सीखें,  इससे व्यावसायिक सफलता की संभावना बढ़ती है।

SHG नेटवर्क का लाभ उठाएं: SHG और समुदाय की मदद से साझेदारी, सहयोग, मार्गदर्शन और बाजार तक पहुँच आसान होती है।

वित्तीय अनुशासन रखें: कमाई और खर्च का हिसाब रखें; बचत और पुनर् निवेश से व्यवसाय को विकसित करें।

मार्केटिंग व ब्रांडिंग को गंभीरता से लें: अगर आप उत्पाद बना रही हैं, तो अच्छे पैकेजिंग, ब्रांडिंग, गुणवत्ता व विपणन पर ध्यान दें,  इससे आर्थिक लाभ बढ़ेगा।

हर राज्य में उपयोग होने वाले पदनाम या विभाग का कॉमन ढांचा

राज्य में योजना निम्न विभागों के द्वारा संचालित होती है:

  • State Rural Livelihood Mission (SRLM)
  • Rural Development Department
  • National Rural Livelihood Mission (NRLM)
  • Women Empowerment Department (कुछ राज्यों में)
तौर पर होने वाली भुलें और उनसे बचने के तरीके
  • अस्पष्ट व्यावसायिक योजना लोन लेने से पहले बिना योजना के व्यर्थ निवेश हो सकता है।
  • लोन का दुरुपयोग  व्यवसाय नहीं बल्कि अन्य खर्चों में लोन का उपयोग करने से असफलता हो सकती है।
  • प्रशिक्षण को हल्के में लेना,  बिना उचित स्किल, व्यवसाय टिकाऊ नहीं रहता।
  • मार्केट रिसर्च की कमी, मांग व बाजार को न समझकर शुरू किया गया व्यवसाय घाटे में जा सकता है।
  • बचत व पुनर् निवेश की अनदेखी, कमाई का पूरा उपयोग खर्च में हो जाना व्यवसाय की वृद्धि रोक सकती है।
Lakhpati Didi Yojana 2025 – निर्धारित लक्ष्य 
राज्य / UT / क्षेत्र योजना लक्ष्य / डेटा* / स्थिति / टिप्पणी
Andhra Pradesh लक्ष्य (Target): 20.36 लाख
Arunachal Pradesh लक्ष्य: 0.21 लाख
Assam लक्ष्य: 8.80 लाख
Bihar लक्ष्य: 30.21 लाख
Chhattisgarh लक्ष्य: 7.82 लाख
Dadra & Nagar Haveli & Daman & Diu लक्ष्य: 0.03 लाख
Goa लक्ष्य: 0.11 लाख
Gujarat लक्ष्य: 7.43 लाख
Haryana लक्ष्य: 1.79 लाख
Himachal Pradesh लक्ष्य: 0.83 लाख
Jammu & Kashmir लक्ष्य: 2.33 लाख
Jharkhand लक्ष्य: 8.44 लाख
Karnataka लक्ष्य: 7.93 लाख
Kerala लक्ष्य: 8.93 लाख
Ladakh लक्ष्य: 0.03 लाख
Lakshadweep लक्ष्य: 0.01 लाख
Madhya Pradesh लक्ष्य: 16.04 लाख
Maharashtra लक्ष्य: 17.42 लाख
Manipur लक्ष्य: 0.51 लाख
Meghalaya लक्ष्य: 1.02 लाख
Mizoram लक्ष्य: 0.18 लाख
Nagaland लक्ष्य: 0.30 लाख
Odisha लक्ष्य: 16.19 लाख
Puducherry लक्ष्य: 0.11 लाख
Punjab लक्ष्य: 1.61 लाख
Rajasthan लक्ष्य: 11.27 लाख
Sikkim लक्ष्य: 0.14 लाख
Tamil Nadu लक्ष्य: 9.00 लाख
Telangana लक्ष्य: 11.25 लाख
Tripura लक्ष्य: 1.13 लाख
Uttar Pradesh लक्ष्य: 28.92 लाख
Uttarakhand लक्ष्य: 1.20 लाख
West Bengal लक्ष्य: 28.40 लाख

 

उपरोक्त टेबल में दर्शाया लक्ष्य (Target) वह संख्या है जिसे केंद्रीय/राष्ट्रीय पोर्टल https://lakhpatididi.gov.in/ ने उस राज्य/UT के लिए निर्धारित किया है।

अतिरिक्त जानकारी, 

  • देश भर में अब तक लाखों महिलाएं Lakhpati Didi Initiative के अंतर्गत आ चुकी हैं और SHG-नेटवर्क के जरिए आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं।
  • योजना का लाभ सिर्फ आर्थिक लोन तक सीमित नहीं है, स्किल डेवलपमेंट, प्रशिक्षण, वित्तीय समावेशन और स्वरोजगार के अवसर भी मिलते हैं।
  • यदि आप राज्य-विशेष जानकारी (जैसे राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि) जानना चाहती/चाहते हैं, तो स्थानीय महिला विकास विभाग या SHG कार्यालय से संपर्क करें।

अगर आप एक महिला हैं और अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हैं, परिवार की आत्मनिर्भरता बढ़ाना चाहती हैं, या खुद का छोटा व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं, तो लखपति दीदी योजना 2025 आपके लिए एक सुनहरा अवसर है। आज ही अपने नजदीकी SHG से संपर्क करें, आवश्यक दस्तावेज तैयार करें और आवेदन प्रक्रिया शुरू करें। आत्मनिर्भरता, सम्मान और स्थायी आय की ओर पहला कदम आज ही उठाएँ।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1. लखपति दीदी योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

A1. पहले SHG की सदस्यता लें, आवश्यक दस्तावेज तैयार करें, बैंक शाखा या SHG कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त करें और सही तरीके से भरकर जमा करें।

Q2. इस योजना के तहत कितना लोन मिलता है?

A2. पात्र महिलाओं को ₹1 लाख से ₹5 लाख तक लोन मिलता है, जो स्वरोजगार शुरू या विस्तार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

Q3. क्या लोन पर ब्याज देना पड़ता है?

A3. नहीं — आमतौर पर लोन ब्याज-मुक्त है; कुछ मामलों में सब्सिडी भी मिलता है।

Q4. कौन-कौन सी गतिविधियाँ या व्यवसाय इस योजना के अंतर्गत आ सकते हैं?

A4. सिलाई–बुनाई, हस्तशिल्प, ब्यूटी पार्लर, कृषि, पशुपालन, फूड प्रोसेसिंग, हस्तनिर्मित वस्तुओं का उत्पादन आदि।

Q5. क्या स्किल ट्रेनिंग भी होती है?

A5. हाँ — योजना के अंतर्गत सिलाई, हस्तशिल्प, कृषि, आधुनिक स्किल जैसे ड्रोन ऑपरेशन आदि की ट्रेनिंग दी जाती है।

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